आज की पोस्ट बिलकुल अलग है | इस बारे में कुछ दोस्तों ने पहले कभी कभी पूछा है, और मैंने कभी जवाब दिया, कभी टाल दिया है लेकिन बीते दिनों में इसे लिखने की बहुत ज़रूरत महसूस हुयी है | अभी विशेष तौर पर जब लोग मुझसे जुड़े हैं तो मुझे लगता है, सभी का थोड़ा सा expectation management ज़रूरी है | इस तरह आपको मेरे और इस वॉल के बारे में कोई ग़लतफ़हमी नहीं रहेगी और हमारे बीच तल्खियों के मौके थोड़े कम आएंगे | तो शुरू करते हैं :
1. कौन हैं आप?
मैं एक स्त्री हूँ, मैं भारतीय हूँ, भारत में ही रहती हूँ, दिल्ली और अजमेर के बीच | मेरा पेशा है strategy, research, management, और लेखन | ये काम मैं बहुत से विषयों, और बहुत से clients के लिए करती हूँ | इसके अलावा मैं शौकिया गायन करती हूँ (मैंने संगीत की १३ वर्ष नियमित शिक्षा पायी है, और मैं पिछले बहुत वर्षों से अनियमित किन्तु अभ्यास करने की कोशिश करती हूँ ) |
2. क्या आप शादीशुदा हैं ? आपने शादी क्यों नहीं की ?
पहले मौका नहीं मिला, और बाद में ज़रुरत महसूस नहीं हुयी | वैसे तो इस प्रश्न से कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए, लेकिन मैं जानती हूँ कि अधिकतर लोगों की इसमें बहुत दिलचस्पी है | जी नहीं, मैं अविवाहित हूँ, तथा मेरा इस समय कोई साथी नहीं है | मैं, विवाह को ज़रूरी नहीं समझती, लेकिन मैं ये भी नहीं समझती कि रहना चाहिए | लोग हैं, जिनके लिए उनकी परिस्थितियों के हिसाब से विवाह एक अच्छा चुनाव हो सकता है | उनके लिए मेरी शुभेच्छाएं सदैव हैं | व्यक्तिगत मेरे लिए, विवाह तभी संभव और ज़रूरी होगा, जब मुझे मेरा मनचाहा, समझदार, सुलझा, अविवाहित पुरुष मिले, तथा, हम दोनों को वैधानिक, सामाजिक, या पारिवारिक दृष्टिकोण से विवाह करना आवश्यक लगे | सिर्फ शादी के लिए शादी, मेरे जीवन के ढांचे में फिट नहीं होती |
3. क्या आप फेमिनिस्ट हैं ?
पता नहीं | मुझे किसी भी प्रकार के -ism , -ist आदि से कोई विशेष फ़र्क नहीं पड़ता | न ही किसी स्कूल, किसी ढांचे में फिट होने की ख्वाहिश होती है | कुछ abstract concepts हैं, जिन पर मेरे जीवन मूल्यों की संरचना पिछले कुछ दशकों में हुयी हैं | मैं उन जीवन मूल्यों पर चलने की कोशिश करती हूँ | फेमिनिज्म उन मूल्यों में से एक मूल्य के करीब है | मेरे लिए बराबरी, और दोयम दर्ज़े का व्यवहार न करना important है | यह बात स्त्रियों, दलितों, वंचितों, सभी पर लागू होती है | लेकिन क्या मैं स्वयं फेमिनिज्म के सभी आयाम समझती हूँ? नहीं | क्या मैं queer थ्योरी को अपने जीवन में उतार पायी हूँ? नहीं | इसलिए मेरा ये कहना कि मैं फेमिनिस्ट हूँ, या सेक्सुअलिटी एक्टिविस्ट हूँ आदि, कोई मायने नहीं रखता | हाँ जेंडर, सेक्स, सेक्सुअलिटी, इक्वलिटी, एथिक्स, आदि को ले कर मेरी अपनी एक समझ है, जिसे मैं लगातार विकसित करने की कोशिश करती हूँ |
4. आप क्या क्या लिखती हैं ?
कार्यक्षेत्र में मैं, management , transformation , market research, social sciences, academic research, यहाँ तक कि technology , finance आदि विषयों पर भी ghostwriting के फॉर्मेट में बहुत कुछ लिखती हूँ | मैं अपने नाम से भी लिखती हूँ, और अपने clients के नाम से भी (ये इस पर निर्भर करता है कि विषय, और पैसे किस प्रकार तय किये गए हैं |) कार्यक्षेत्र के बाहर, मैं १२ वर्ष की आयु से कविता लिखती हूँ (छपवाती नहीं, क्योंकि अभी ज़रूरत महसूस नहीं होती ), सेक्सुअलिटी तथा रिलेशनशिप्स से सम्बंधित मुद्दों पर लिखती हूँ | मेरे छद्मनाम से मैंने सेक्सुअलिटी के एक बहुत ही विशिष्ट आयाम पर ३ नॉन-फिक्शन पुस्तकें लिखी हैं | मैं जीवन के कई आयामों पर लिखती हूँ, लेकिन मुझे पॉलिटिक्स, स्पोर्ट्स, पॉप कल्चर आदि में कोई दिलचस्पी सामान्यतः नहीं होती |
5. क्या आप आस्तिक / धार्मिक हैं ?
इसका सही उत्तर देने के लिए मुझे आपसे धर्म क्या है? आस्था, या विश्वास की साइकोलॉजी क्या है विषयों के बारे में बात करना पड़ेगी | उतना न तो इस लेख का स्कोप है, न मेरे लिए फ़िलहाल संभव | सार रूप में इतना समझें - मुझे संस्थागत धर्म में कोई दिलचस्पी नहीं | मुझे धर्म के शोषण और महिमा मण्डन वाले स्वरुप में कोई दिलचस्पी नहीं |
लेकिन आस्था और विश्वास का वो रूप जो मनुष्य को ऊपर उठने की उम्मीद देता है, मुझे प्रिय है | कर्म के सिद्धांत का वो हिस्सा जो किसी को विक्टिम होने पर लड़ने की प्रेरणा देता है, मुझे प्रिय है | पुनर्जन, कर्मफल के वे सिद्धांत जो मनुष्य को अच्छाई की राह पर चलाते हैं, वो मुझे उपयोगी लगते हैं | और किसी भी -ism की तरह, धर्म भी मेरे लिए अपनी उपयोगिता और मानवीयता के आधार पर स्वीकार्य, या अभ्यास करने योग्य है |
मैं अपना आध्यात्मिक, धार्मिक, और एथिकल (मैंने मोरल शब्द काम नहीं लिया) फ्रेमवर्क हिन्दू धर्म के आस पास इसलिए नहीं रखती कि हिन्दू धर्म सबसे बढ़िया, या सबसे सहिष्णु, या सबसे XYZ है, बल्कि इसलिए रखती हूँ, कि मैं एक हिन्दू परिवार में पैदा हुयी | मेरे आसपास के लोग, मेरे प्रिय जान उस राह पर चलते हैं, और logistically उस फ्रेमवर्क में अपना आध्यात्मिक अभ्यास करना मेरे लिए सुगम है |
मैं लोगों से ये आशा नहीं करती कि वे अपने धर्म, या आध्यात्मिक विकास का अभ्यास मेरे अनुसार करें | उसी तरह मैं इस स्पेस में लोगों का टांग अड़ाना बर्दाश्त भी नहीं करती | अपने और दूसरे किसी भी धर्म के प्रति मुझे तब तक कोई द्वेष नहीं, जब तक आप उसका शोषण या महिमा मण्डन वाला रूप काम में ले कर लोगों को सताने का प्रयास न करें |
6. आपके परिवार में कौन कौन है ?
इस बात से आपको कोई लेना देना नहीं | मेरे परिवार के बारे में बात मैं सिर्फ तभी करती हूँ जब वो लेखन के सन्दर्भ में ज़रूरी हो, या जब उनको रज़ामंदी या इच्छा हो | आपको मुझसे मित्रता या संपर्क रखना है, उसे मुझ तक सीमित रखें | यदि आप मुझे इस कदर नज़दीक लगेंगे कि आपको मेरे परिवार के बारे में पता हो, तो मैं आपको खुद बता दूँगी |
7. आपका सेक्सुअल ओरिएंटेशन क्या है ?
वैसे तो ये आपका मुद्दा नहीं, लेकिन क्योंकि मैं सेक्सुअलिटी पर लिखती हूँ, मैं इस प्रश्न की महत्ता समझ सकती हूँ | मैं Demisexual, Heteroflexible हूँ, LGBTQ नज़रिये से ally हूँ, लाइफस्टाइल दृष्टिकोण से submissive हूँ, ethically Polyamorous हूँ, और mild masochist हूँ | इससे ज़्यादा जानने की सिर्फ मेरे पार्टनर को ज़रूरत है |
8. क्या आप vegetarian हैं ?
जी हाँ | मैं अंडा खाती थी, अब नहीं खाती | मुझे ग्लूटेन से
एलर्जी है, इसलिए मैं गेहूं से बना कुछ नहीं खाती | पिछले कुछ दिनों
से मेरा शुगर हाई हुआ है, और मैं उसे रिवर्स करने की मशक्कत में
हूँ, इसलिए मीठा पसंद होने के बावजूद मैं अब मीठा नहीं खाती | मैं
सिगरेट, तम्बाकू, शराब आदि कोई नशा नहीं करती | मैंने अपने जीवन
में ये कभी try नहीं किये ऐसा
नहीं कहूँगी, लेकिन ये मेरे होने के तरीके में मुझे अपने लिए स्वस्थ चुनाव नज़र
नहीं आये |
9. आपकी वॉल से क्या उम्मीद करूँ ?
· सामान्यतः तमीज, इज़्ज़त, सम्मान,
· मुंहफट बेबाकी और बेलौसी,
· कभी कभी बतकुच्चन,
· द्वेष के लिए मुंह पर गाली और त्वरित ब्लॉक गति,
· उड़ते तीर (लेना न लेना आपकी इच्छा पर निर्भर),
· संगीत, रंग, रचनात्मकता,
· यथासंभव ईमानदारी,
· गहन पड़ताल और खोज तलाश - बाहर भी और भीतर भी
· लोगों की, और मेरी अपनी स्वतंत्रता और सेफ स्पेस के लिए भीषण आक्रामकता
10. आपके बारे में कुछ और बताइये?
ये तो सिर्फ झांकी है, पिक्चर तो अभी बाकी है:) देखते रही, साथ पढ़ते रहिये, सीखते रहिये, सिखाते रहिये, मुझे कोई जल्दी नहीं है :)
©Anupama Garg 2022
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