किसी किसी दिन कायनात एकदम गरीबनवाज़ मोड में चली जाती है 🙂 ❤
एक
अदद जॉब ऑफर, एक अदद छुट्टी, नए बैच का फॉर्मेशन, घर परिवार में सबके
स्वास्थ्य सबंधी शांति, सीखने को एक दोस्त से इतना कुछ मिलना, अकेलेपन का
थोड़ा कम महसूस होना, किसी दूसरी दोस्त के लिए स्पेस होल्ड कर पाना, किसी
तीसरे दोस्त के लिए स्टैंड ले पाना, कुछ गा पाना, सब एक साथ हुआ।
ख़ास
बात - किसी बहुत ही पुरानी दोस्त का कुछ ऐसा कहना, कि आपको लगे कि आपको भी
लोग समझते हैं। वे लोग जो आपके बचपन का हिस्सा हैं, जो आपके 'आप' बनने के
सबसे लम्बे गवाहों में से हैं, उन्हें आप की बात समझ आती है। ।
मेरे
सबसे करीबी लोग चाहते हैं, कि हम सब आने वाली पीढ़ी को वैचारिक और
भावनात्मक ईमानदारी सिखा पाएँ । और क्या माँग लूँ एक ही दिन में?
शुक्राना ! दुआएँ ❤ 😘
#शुक्राने_की_डायरी_से - 3
©Anupama Garg 2022
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