Wednesday 19 October 2022

लेकिन नौकरी नहीं मिलती इतने इंटरव्यू के बाद भी।

 

लेकिन नौकरी नहीं मिलती इतने इंटरव्यू के बाद भी। - पूछते हैं तो सीखते हैं !

- हम अक्सर सोचते हैं कि हमने सब बढ़िया किया। लेकिन फिर भी नौकरी नहीं मिली। या फिर ये सोचने में डूब जाते हैं कि क्या गलत किया। लेकिन हम पूछते नहीं हैं interviewer से कभी कि हमने क्या गलत किया। अगर पूछते हैं, तो हम ये analyse नहीं करते कि उन्होंने feedback वाकई ईमानदारी से दिया, या हमें खुश रखने भर को।
सामान्यतः हमें feedback माँगना सिखाया भी नहीं जाता। एक चीज़ जो मैंने खूब कोशिश से सीखी, वो ये थी कि आप हर इंटरव्यू में पूछ सकते हैं - "Ma'am आपका जो भी decision होगा, वो होगा; लेकिन अगर आप मुझे कोई फीडबैक दे सकें तो please दें। "
कई बार ये सवाल आपके इंटरव्यू का result भी बदल देता है। कई बार पूछने के बाद भी जेन्युइन फीडबैक नहीं मिलेगा। कई बार आप एक mentor हासिल कर के लौटेंगे। लेकिन 100 में से 50 बार फीडबैक मिलेगा।
पूछते हैं तो सीखते हैं !
 

इंटरव्यू देने का मतलब क्या है?

 


ये पोस्ट मुख्यतः प्राइवेट नौकरी के सन्दर्भ में है। इसलिए government interview से सम्बंधित डिबेट न करें। इंटरव्यू का मतलब है - एक दुसरे को देखना (इंटर + व्यू) यानि, एक दूसरे को जानना, समझना, परखना। हालंकि शाब्दिक अनुवाद साक्षात्कार है, लेकिन इंटरव्यू महज़ एक भेंट, या मुलाकात नहीं है। ये सच है कि इंटरव्यू करने वाले के हाथ में शक्ति है, आपको नौकरी पर रखने या न रखने की। लेकिन आपको भी उतनी ही आज़ादी है (सामान्यतः), अपना चुनाव करने की। इसलिए इंटरव्यू में दयनीय मानसिकता ले कर न जाएं। 
 
#interviews_with_Anupama - 1